The smart Trick of पारद शिवलिंग का अभिषेक That Nobody is Discussing
इसकी पूजा से कुंडली में मौजूद सभी तरह के गृह दोष समाप्त हो जाते हैं।आपल्या चांगल्या कमेंट ची वाट पाहत आहे. पण जे काही असेल ते फक्त इथेच खाली कमेंट बॉक्स मध्ये लिहा.
आपको बता दें कि पारद शिवलिंग पर पारद और चांदी के मिश्रण से बनी होती है। ऐसा माना जाता है कि अगर सोमवार के दिन श्रद्धा और विश्वास के साथ पर पराद शिवलिंग की पूजा की जाए, तो भगवान शिव जातक को मनचाहा वरदान देते हैं और उसे भगवान शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इतना ही नहीं जातक के जीवन में आ रही सारी परेशानियां दूर हो जाती है और उसे अपने जीवन में खुशियों प्राप्त होती हैं।
अगर घर के मंदिर में शिवलिंग की स्थापना कर रहे हैं तो ज्यादा बड़ा शिवलिंग स्थपित ना करें।
आपको अपने घर में बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए।
अच्छे अवसर हाथ से क्यों निकल जाते हैं?: एक आलसी शिष्य को उसके गुरु ने पारस पत्थर दिया click here और कहा कि दो दिन में जितना चाहे, उतना सोना बना लो, तुम्हारा जीवन सुधर जाएगा
शकितशाली शाबर मंत्र : शाबर मंत्र को सिद्ध करने का आसान तरीका
अशी आख्यायिका मिळते कि समुद्र मंथनाच्या वेळी मोहिनी रूपातल्या स्त्री रुपी विष्णू ला पाहून शिव मोहित झाले आणि त्यांच्या मैथुन क्रियेतून पारा रुपी द्रव उत्त्पत्तीत आला.
नर्मदेश्वर शिवलिंग को घर में स्थापित करने की विधि:
इन शिवलिंगों को रोजाना गंगाजल या साफ पानी से स्नान कराएं। इसके बाद, इन्हें सूखे, साफ कपड़े से पोंछ दें। आप चाहें तो इन्हें रुई में लपेटकर रख सकते हैं। धूप जलाने और दीप जलाने के दौरान इन शिवलिंगों को सीधे गर्मी से बचाएं। थोड़ी सी सावधानी और नियमित पूजा से आप इन शिवलिंगों के दिव्य प्रभाव को प्राप्त कर सकते हैं।
घर में हाथ के अंगूठे के पहले भाग से बड़ा शिवलिंग नहीं रखना चाहिए। जहां शिवलिंग रखा हो, वहां साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। रोज सुबह-शाम शिवलिंग के पास दीपक जलाएं। भोग लगाएं। घर में क्लेश न करें और शिवजी के मंत्रों का जाप करें।
अगर परिवार के किसी सदस्य की तबीयत खराब है तो उनको दवाओं के साथ पारद शिवलिंग की पूजा करवाएं। ऐसा करने से सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है